खुलासा: भारत में CIA के गुप्त ठिकाने

हाल ही में जारी JFK की हत्या से जुड़े दस्तावेजों से पता चला है कि CIA ने नई दिल्ली और कोलकाता में गुप्त ठिकाने बनाए थे। CIA का न्यूयॉर्क डिवीजन भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी गुप्त ठिकाने चलाता था। कुछ ठिकानों पर बंदियों को बिना आरोप के रखने के आरोप हैं। ट्रंप के आदेश के बाद ये दस्तावेज जारी किए गए, जिनसे पता चलता है कि CIA की गुप्त फैसिलिटीज निगरानी और जासूसी के लिए इस्तेमाल होती थीं। शीत युद्ध के दौरान भारत का CIA से संबंध रहा है, और भारत ने अपने खुफिया ढांचे को विकसित करने में अमेरिका से मदद भी मांगी थी।

Mar 20, 2025 - 11:13
खुलासा: भारत में CIA के गुप्त ठिकाने
वाशिंगटन: हाल ही में जारी किए गए राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या से जुड़े दस्तावेजों से पता चला है कि सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) ने 1963 में ही नई दिल्ली और कोलकाता में अपने गुप्त ठिकाने बना लिए थे।

इन दस्तावेजों के अनुसार, CIA का न्यूयॉर्क डिवीजन भारत के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान में भी गुप्त ठिकानों की देखरेख करता था। कुछ ठिकानों पर बंदियों को बिना औपचारिक आरोप या ट्रायल के रखने के आरोप भी लगे हैं।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद, यूएस नेशनल आर्काइव्स ने लगभग 2,200 क्लासिफाइड दस्तावेज जारी किए थे। CIA की गुप्त फैसिलिटीज का इस्तेमाल निगरानी, जासूसी और आतंकवादियों की हिरासत जैसे कामों के लिए होता रहा है। CIA पर रूस के खिलाफ जासूसी अड्डे बनाने के आरोप भी लगे हैं।

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, शीत युद्ध के दौरान भारत का CIA के साथ संबंध रहा है। 2013 में पता चला कि भारत ने 1962 में चीनी क्षेत्र पर निगरानी के लिए CIA को ओडिशा में एयरबेस इस्तेमाल करने दिया था। स्वतंत्रता के बाद भारत ने अपने खुफिया ढांचे को विकसित करने में अमेरिका से मदद मांगी थी।