मऊगंज में आदिवासी हिंसा: सब इंस्पेक्टर की हत्या, गांव में तनाव
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार को आदिवासी समुदाय और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर की जान चली गई। आदिवासियों ने एक युवक की हत्या कर दी थी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। मृतक युवक की हत्या का आरोप गांव के ही सनी द्विवेदी पर था, जिसे आदिवासी परिवार ने पकड़कर मार डाला था। पुलिस जब इस मामले की जांच के लिए पहुंची, तो आदिवासियों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिसमें एक एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। फिलहाल, गांव में तनाव व्याप्त है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार को आदिवासी समुदाय के सदस्यों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। इस घटना में एक सब इंस्पेक्टर की जान चली गई। बताया जा रहा है कि आदिवासियों ने एक युवक की हत्या कर दी थी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी।
क्या है मामला?
दरअसल, दो महीने पहले एक आदिवासी युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार का आरोप है कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी। उनका कहना है कि गांव के ही सनी द्विवेदी ने युवक को मारा था। हालांकि, पुलिस को सनी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला था, इसलिए उन्होंने सड़क हादसे का मामला दर्ज किया था।
बदले की आग
आदिवासी परिवार के लोगों ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी जमकर पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया और कलेक्टर ने धारा 163 लागू कर दी।
पुलिस पर हमला
जब पुलिस सनी की हत्या की जानकारी मिलने पर गांव पहुंची और कमरे का ताला खुलवाने की कोशिश की, तो आदिवासियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई, जबकि हनुमना तहसीलदार और शाहपुर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
फिलहाल, रीवा और सीधी से अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है और गांव में स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की जा रही है।