विजिलेंस जांच के घेरे में IAS अभिषेक प्रकाश
आईएएस अभिषेक प्रकाश को सीएम योगी आदित्यनाथ ने घूस मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया है, और अब विजिलेंस विभाग उनकी आय से अधिक संपत्ति की जांच करेगा। उनकी पूर्व तैनातियों, रिश्तेदारों और करीबियों की जांच की जाएगी, और उनके मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी गई है। एसएईएल सोलर पॉवर कंपनी के प्रोजेक्ट को पास कराने के लिए घूस मांगने के आरोप में बिचौलिए निकांत जैन को गिरफ्तार किया गया है।

जांच के दौरान, अभिषेक प्रकाश की पूर्व तैनातियों और उनके रिश्तेदारों व करीबियों की भी जांच की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अभिषेक प्रकाश के मुख्यालय छोड़ने पर भी रोक लगा दी है, जिसके चलते उन्हें बाहर जाने से पहले नियुक्ति विभाग से अनुमति लेनी होगी।
नियुक्ति विभाग ने गृह विभाग को आईएएस अधिकारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच का पत्र भेजा है, जिसके बाद विजिलेंस विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एक टीम का गठन किया जाएगा जो अभिषेक प्रकाश की संपत्तियों की जांच करेगी और उनके कार्यकाल के दौरान बनाई गई संपत्तियों का पता लगाएगी।
सूत्रों के अनुसार, अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि उनकी पिछली तैनातियों की भी जांच की जाएगी। इसके अतिरिक्त, एसएईएल सोलर पॉवर कंपनी के प्रोजेक्ट को पास कराने के लिए पांच फीसदी घूस मांगने के आरोप में, बिचौलिए निकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाई और शिकायत के बाद गोपनीय जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाए गए।