फर्जी DRM की गिरफ्तारी: टिकट चेकिंग स्टाफ ने खोला राज

पंजाब मेल में एक फर्जी DRM को पकड़ा गया, जिसने बिना टिकट फर्स्ट क्लास में यात्रा की। टिकट चेकिंग स्टाफ अमरजीत सिंह ने उसे पकड़ा और रेलवे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उस व्यक्ति के पास कोई पहचान पत्र नहीं था और उसने खुद को DRM बताया था। पूछताछ में उसकी पहचान वरुण सहगल के रूप में हुई। उसे भोपाल में गिरफ्तार किया गया और उस पर जुर्माना लगाया गया। यह गिरफ्तारी टीटीई के मेमो के आधार पर हुई। जीआरपी थाना भोपाल ने वरुण सहगल के खिलाफ रेल अधिनियम के तहत कार्रवाई की।

May 6, 2025 - 16:59
फर्जी DRM की गिरफ्तारी: टिकट चेकिंग स्टाफ ने खोला राज
भोपाल: पंजाब मेल में टिकट चेकिंग स्टाफ अमरजीत सिंह ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा जो खुद को डीआरएम बता रहा था।

स्टाफ ने ट्रेन नंबर 12138 में यह कार्रवाई की। उस व्यक्ति के पास कोई पहचान पत्र या टिकट नहीं था। बाद में पता चला कि उसका नाम वरुण सहगल है। रेलवे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उस पर जुर्माना लगाया है।

यह घटना तब हुई जब टिकट चेकिंग स्टाफ अमरजीत सिंह पंजाब मेल में ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने फर्स्‍ट क्‍लास के H/A-1 कोच के कूपे सं -बी में एक व्यक्ति को पाया। जब अमरजीत सिंह ने उस व्यक्ति से उसका परिचय पूछा, तो उसने खुद को डीआरएम बताया।

अमरजीत सिंह को उस पर शक हुआ। उन्होंने उससे पहचान पत्र और यात्रा की अनुमति दिखाने को कहा लेकिन वह व्यक्ति कुछ भी नहीं दिखा पाया। इसके बाद, अमरजीत सिंह ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को इसकी सूचना दी।

आरपीएफ के जवानों ने उस व्यक्ति से पूछताछ की। उसने अपना नाम वरुण सहगल बताया। उसके पास कोई भी पहचान पत्र नहीं था। उसके पास ऐसा कोई कागज भी नहीं था जिससे उसकी पहचान साबित हो सके।

इसके बाद उस व्यक्ति को दो स्टाफ के साथ भोपाल भेजा गया। टीटीई ने उस फर्जी डीआरएम से 4170/- रुपए का किराया और जुर्माना वसूला। ट्रेन के भोपाल स्टेशन पर पहुंचने पर, राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) भोपाल ने उस फर्जी डीआरएम को गिरफ्तार कर लिया।