बिहार में दैनिक मजदूरी में वृद्धि: 1 अप्रैल 2025 से श्रमिकों को मिलेगा अधिक मेहनताना
बिहार सरकार ने श्रमिकों की दैनिक मजदूरी में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा। इस फैसले से विभिन्न श्रेणियों के श्रमिकों को उचित मेहनताना मिलेगा, और कृषि श्रमिकों को छोड़कर सभी के लिए न्यूनतम मजदूरी दरें समान होंगी। श्रम संसाधन विभाग ने महंगाई भत्ते में 3.17% की बढ़ोतरी की है। नई दरों के अनुसार, अकुशल श्रमिकों को 424 रुपये, अर्द्धकुशल श्रमिकों को 440 रुपये, कुशल श्रमिकों को 536 रुपये, और अतिकुशल श्रमिकों को 654 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। सरकार का कहना है कि इससे श्रमिकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी।

इस फैसले के बाद, विभिन्न श्रेणियों के श्रमिकों को उनके श्रम के अनुसार उचित मेहनताना मिलेगा। कृषि श्रमिकों को छोड़कर, बाकी सभी श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दरें समान होंगी। श्रमिक संगठनों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है।
श्रम संसाधन विभाग ने न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 के तहत महंगाई भत्ते में 3.17% की बढ़ोतरी की है। श्रमिकों को चार वर्गों में बांटा गया है: अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और अतिकुशल।
नई मजदूरी दरों के अनुसार, अकुशल श्रमिकों को 424 रुपये, अर्द्धकुशल श्रमिकों को 440 रुपये, कुशल श्रमिकों को 536 रुपये और अतिकुशल श्रमिकों को 654 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे।
सरकार का कहना है कि इस फैसले से श्रमिकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और वे अपने परिवारों का बेहतर ढंग से पालन-पोषण कर सकेंगे।