वाराणसी में गैंगरेप का मामला: एसआईटी जांच में धन उगाही का संदेह, पुलिस कमिश्नर ने दिए सख्त निर्देश

वाराणसी में युवती के सामूहिक दुष्कर्म के आरोप के मामले में नया मोड़ आया है। गिरफ्तार युवकों के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर को सबूत दिए, जिससे युवती के आरोपों में विरोधाभास दिखा। पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी गठित की है और जांच में धन उगाही का संदेह जताया है। युवती के आरोपों, घटनास्थल और मेडिकल रिपोर्ट में विसंगतियां पाई गई हैं, जिससे मामले की गंभीरता बढ़ गई है और पुलिस गहन जांच कर रही है। एसआईटी को 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

Apr 18, 2025 - 15:44
वाराणसी में गैंगरेप का मामला: एसआईटी जांच में धन उगाही का संदेह, पुलिस कमिश्नर ने दिए सख्त निर्देश
वाराणसी में एक युवती द्वारा 23 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद, मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। गिरफ्तार किए गए युवकों के परिवारों ने पुलिस कमिश्नर को कुछ ऐसे सबूत पेश किए हैं, जो युवती के आरोपों में विरोधाभास दिखाते हैं।

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि एफआईआर में दर्ज पहले आरोपी रवि विश्वकर्मा के इंस्टाग्राम चैट से पता चला है कि 29 मार्च को युवती ने खुद रवि विश्वकर्मा को मैसेज किया था और उससे मिलने गई थी।

पीड़िता ने जिस दानिश पर दुष्कर्म का आरोप लगाया, उसके साथ वह तीन दिन बाद फिर से सीसीटीवी में घूमती दिखाई दी। इतना ही नहीं, युवती ने जिन जगहों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है, उनके पास ही पुलिस चौकियां मौजूद हैं, लेकिन उसने वहां शिकायत नहीं की।

कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि पीड़िता के मां-बाप ने 4 अप्रैल को शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने युवती को उसकी सहेली के घर से बरामद किया। परिजनों ने 6 अप्रैल को रेप का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि 29 मार्च के बाद तत्काल एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई गई।

मेडिकल रिपोर्ट में युवती के शरीर में किसी भी तरह के नशीले पदार्थ के लक्षण नहीं मिले हैं। परिजनों के अनुसार, युवती ने पहले 12 नामजद और 11 अज्ञात लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, लेकिन मजिस्ट्रेट के सामने बयान देते समय उसने एफआईआर में दर्ज तीन नाम नहीं लिए।