जाति जनगणना: राहुल गांधी ने दोहराई मांग, बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी ने जाति जनगणना की वकालत करते हुए इसे असमानता और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक बताया है। उन्होंने प्रोफेसर सुखदेव थोराट के साथ महाड़ सत्याग्रह के संदर्भ में इस मुद्दे पर बात की। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर दलित विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने प्रोफेसर थोराट के साथ दलितों के संघर्ष और बाबासाहेब अंबेडकर के समानता के सपने पर भी चर्चा की। बीजेपी नेता सीआर. केसवन ने राहुल गांधी के बयानों को कांग्रेस की वंशवादी मानसिकता का प्रतीक बताया और कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग करते हुए कहा कि यह बहुत जरूरी है। बीजेपी ने कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और राहुल ने अंबेडकर की लड़ाई को आज की असमानता के खिलाफ बताया।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने प्रोफेसर थोराट के साथ इस विषय पर विस्तार से बात की है। थोराट एक प्रसिद्ध शिक्षाविद, अर्थशास्त्री और दलित मुद्दों के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने महाड़ सत्याग्रह और प्रशासन, शिक्षा, नौकरशाही और संसाधनों तक दलितों की पहुंच के लिए किए जा रहे संघर्ष पर चर्चा की।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 98 साल पहले शुरू हुई हिस्सेदारी की लड़ाई आज भी जारी है। 20 मार्च 1927 को बाबासाहेब अंबेडकर ने महाड़ सत्याग्रह के माध्यम से जातिगत भेदभाव को चुनौती दी थी। यह सिर्फ पानी के अधिकार की नहीं, बल्कि समानता और सम्मान की लड़ाई थी। जातिगत जनगणना इस असमानता की सच्चाई को सामने लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जबकि इसके विरोधी इस सच्चाई को सामने नहीं आने देना चाहते। बाबासाहेब का सपना अभी भी अधूरा है और उनकी लड़ाई सिर्फ अतीत की नहीं, बल्कि आज की भी लड़ाई है जिसे हम पूरी ताकत से लड़ेंगे।
राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता सीआर. केसवन ने कहा कि राहुल गांधी का योग्यता पर दिया गया बयान कांग्रेस की वंशवादी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के उन नेताओं का अपमान किया है, जिन्होंने अपनी मेहनत से सफलता प्राप्त की है। केसवन ने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा से दलित विरोधी रही है और योग्यता को दबाने की कोशिश करती है।