महाकुंभ 2025: एसडीआरएफ जवानों का सीएम धामी ने किया सम्मान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज महाकुंभ ड्यूटी से लौटने वाले एसडीआरएफ के जवानों का सम्मान किया और कहा कि उनके अनुभव हरिद्वार कुंभ में काम आएंगे। उन्होंने एसडीआरएफ टीम को 5 लाख रुपये का चेक सौंपा। सीएम धामी ने कहा कि एसडीआरएफ ने सनातन धर्म के महासंगम की चुनौती को संभाला और बेहतर व्यवस्थाएं कीं। उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है, और एसडीआरएफ ने आपदा प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है।

Mar 6, 2025 - 11:23
महाकुंभ 2025: एसडीआरएफ जवानों का सीएम धामी ने किया सम्मान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज महाकुंभ ड्यूटी से लौटने वाले एसडीआरएफ के जवानों का सम्मान किया। उन्होंने जवानों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि 2027 में होने वाले हरिद्वार कुंभ में उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा।

मुख्य बातें:
  • एसडीआरएफ को 5 लाख रुपये का पुरस्कार चेक प्रदान किया गया।
  • हरिद्वार कुंभ में प्रयागराज महाकुंभ के अनुभव काम आएंगे।
  • त्रिवेणी घाट में एसडीआरएफ ने बखूबी जिम्मेदारी निभाकर प्रदेश का मान बढ़ाया।


देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम धामी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ का अनुभव हरिद्वार कुंभ में उपयोगी होगा। एसडीआरएफ टीम ने महाकुंभ में कुशलता का परिचय दिया। सीएम धामी ने एसडीआरएफ के 112 कर्मियों को महाकुंभ प्रयागराज 2025 अभिनंदन कार्यक्रम में सम्मानित किया और उन्हें 5 लाख रुपये का चेक सौंपा।

मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ टीम को बधाई देते हुए कहा कि उनके द्वारा दी गई सेवाएं 2027 के हरिद्वार कुंभ में काम आएंगी, जिससे कुंभ को भव्य रूप से आयोजित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस महाकुंभ से जवानों का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे भीड़ का प्रबंधन करने में सफल होंगे।

सीएम धामी ने सनातन धर्म के महासंगम की चुनौती को संभालने को चुनौतीपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बेहतर व्यवस्थाओं और प्रबंधन से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार का मान बढ़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि 2027 के कुंभ में सुनियोजित पार्किंग व्यवस्था के लिए सरकार प्रयासरत है।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड भौगोलिक परिस्थितियों और आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। एसडीआरएफ ने इन चुनौतियों से निपटने में सराहनीय कार्य किया है। आपदा प्रबंधन में एसडीआरएफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और त्वरित प्रतिक्रिया और आधुनिक उपकरणों से आपदा के प्रभाव को कम करने में मदद मिली है।

इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिला, सचिव गृह शैलेश बगोली, डीजीपी दीपम सेठ, एडीजी अमित सिन्हा, वी. मुरुगेशन, एपी अंशुमन, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, आईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल, और कमांडेंट एसडीआरएफ अर्पण यदुवंशी सहित एसडीआरएफ के कई अधिकारी और जवान उपस्थित थे।