एमपी में पत्रकारों पर हमले जारी, पुलिस पर उदासीनता का आरोप
मध्य प्रदेश में पत्रकारों पर हमले थम नहीं रहे हैं। नरसिंहपुर में बृजेश दीक्षित पर हमले के बाद, भोपाल में विशेष कुमार और विजय चौधरी पर जानलेवा हमला हुआ। अज्ञात हमलावरों ने उन्हें घेरकर चाकू और डंडों से पीटा। पत्रकारों ने पुलिस की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि पुलिस ने घटनास्थल से सबूत नहीं जुटाए और मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया। पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले पत्रकारिता की स्वतंत्रता के लिए खतरा हैं।

यह घटना होशंगाबाद रोड पर हुई, जहां अज्ञात हमलावरों ने पत्रकारों पर हमला किया। पत्रकारों का कहना है कि 12 से 14 बाइक सवारों ने उन्हें घेर लिया और चाकू से हमला किया, पत्थरों और डंडों से पीटा और उनकी बाइक तोड़ दी। हमलावरों ने उन्हें तब छोड़ा जब भीड़ जमा होने लगी।
घायल पत्रकारों ने पुलिस की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने घटनास्थल से सबूत नहीं जुटाए और हमलावरों की तलाश में तत्परता नहीं दिखाई। पत्रकारों को सुबह 8 बजे थाने आने के लिए कहा गया और मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले पत्रकारिता की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। अगर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो ऐसे अपराध बढ़ते रहेंगे।