नौकरी का लालच देकर युवतियों से यौन शोषण: वीडियो वायरल की धमकी

बांदा में तीन युवतियों को नौकरी का लालच देकर यौन शोषण करने और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित युवतियों ने आरोप लगाया है कि शहर के कुछ व्यापारियों और ठेकेदारों ने उनके साथ यौन शोषण किया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। आरोपियों ने आरोपों को निराधार बताया है।

Mar 25, 2025 - 18:07
नौकरी का लालच देकर युवतियों से यौन शोषण: वीडियो वायरल की धमकी
बांदा में तीन युवतियों के साथ नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला सामने आया है। आरोप है कि शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी और ठेकेदारों ने युवतियों को नौकरी दिलाने का लालच दिया और फिर उनका यौन शोषण किया। पुलिस जांच में जुट गई है, क्योंकि इन आरोपों से शहर में हड़कंप मच गया है।

पीड़ित युवतियों के अनुसार, आरोपियों ने उनके आपत्तिजनक वीडियो भी बनाए और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया। पुलिस ने युवतियों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

शहर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली तीनों युवतियां इंटर कॉलेज के समय से सहेलियां हैं। उन्हें पड़ोस के एक युवक के माध्यम से आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह से संपर्क हुआ। इन आरोपियों ने खुद को ठेकेदार और व्यापारी बताकर उन्हें नौकरी दिलाने का वादा किया।

युवतियों का कहना है कि शुरुआत में उन्हें धोखे का एहसास नहीं हुआ, लेकिन दो महीने बाद सच्चाई पता चलने पर उन्होंने विरोध किया। इस पर आरोपियों ने उन्हें उनके आपत्तिजनक वीडियो दिखाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी, साथ ही वीडियो घरवालों तक पहुंचाने की भी धमकी दी। इस डर से वे चुप रहने को मजबूर हो गईं।

पीड़िताओं ने बताया कि उन्होंने अपने पड़ोसी नवीन कुमार को भी इस बारे में बताया, लेकिन उसने मदद करने की बजाय आरोपियों का समर्थन किया। इसके बाद, आरोपियों ने उन्हें शराब, सिगरेट और नशीले पदार्थों का सेवन करने और नग्न होकर नाचने के लिए मजबूर किया।

जब उत्पीड़न असहनीय हो गया, तो युवतियों ने एक-दूसरे को ढांढस बंधाया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। उन्हें पता चला कि आरोपी पहले भी कई अन्य युवतियों के साथ ऐसी हरकतें कर चुके हैं। इसके बाद, उन्होंने सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।

आरोपों के घेरे में आए आशीष अग्रवाल ने कहा कि वह इन युवतियों को जानते तक नहीं हैं और उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। स्वतंत्र साहू ने भी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यह बड़े लोगों को फंसाने का एक नया तरीका है। लोकेंद्र सिंह ने भी खुद को निर्दोष बताया और कहा कि वह इन युवतियों से परिचित नहीं हैं।

सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।