ईशा देओल: मर्द भी इमोशनल होते हैं, पापा धर्मेंद्र भी रो देते हैं
ईशा देओल अपनी आने वाली फिल्म 'तुमको मेरी कसम' को लेकर आजकल चर्चा में हैं। उन्होंने 'नवभारत टाइम्स' के साथ एक इंटरव्यू में मर्दानगी, महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियां और अपने पिता धर्मेंद्र के बारे में खुलकर बात की। ईशा ने कहा कि मर्द मर्दानगी का इस्तेमाल अपनी कमियों को छिपाने के लिए करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मर्द भी इमोशनल होते हैं और उनके पिता धर्मेंद्र एक माचो मैन होने के बावजूद बहुत आसानी से रो देते हैं। ईशा ने महिलाओं की चॉइस का सम्मान करने और उन्हें सपोर्ट करने की बात कही। उन्होंने सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव न रहने और बड़े पर्दे पर वापसी करने की बात भी कही।

ईशा देओल अपनी आने वाली फिल्म 'तुमको मेरी कसम' को लेकर आजकल चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने 'नवभारत टाइम्स' के साथ एक इंटरव्यू में मर्दानगी, महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियां और अपने पिता धर्मेंद्र के बारे में खुलकर बात की।
ईशा देओल ने लगभग दो दशक पहले अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 'एलओसी', 'युवा', 'धूम' और 'नो एंट्री' जैसी कई फिल्मों में काम किया है। कुछ समय से वह शॉर्ट फिल्म्स और वेब सीरीज में भी नजर आ रही हैं। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल 14 साल बाद फिल्म 'तुमको मेरी कसम' से बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं। इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने माता-पिता धर्मेंद्र और हेमा मालिनी, मातृत्व, महिलाओं के मुद्दे, सोशल मीडिया और बॉक्स ऑफिस जैसे विषयों पर बात की।
अपनी दो बेटियों राध्या और मिराया के बारे में बात करते हुए ईशा ने कहा कि बिना किसी सपोर्ट सिस्टम के काम और बच्चों का पालन-पोषण करना मुमकिन नहीं है। उन्होंने कहा कि मल्टीटास्किंग करते समय प्राथमिकताओं के हिसाब से काम को बांटना और शेड्यूल बनाना जरूरी है। ईशा ने बताया कि वह हर चीज की पहले से प्लानिंग कर लेती हैं और घर और काम दोनों को पूर्व नियोजित ढंग से आगे बढ़ाती हैं।
मर्दानगी के मुद्दे पर ईशा ने कहा कि मर्द इसका इस्तेमाल अपनी कमियों को छिपाने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा कि जो सही मायने में जेंटलमैन होते हैं, वे महिलाओं का सम्मान करते हैं और उनसे नरमी से बात करते हैं। ईशा ने यह भी कहा कि मर्द भी इमोशनल होते हैं और उनके पिता धर्मेंद्र एक माचो मैन होने के बावजूद बहुत आसानी से रो देते हैं।
महिलाओं के मुद्दों पर ईशा ने कहा कि जब महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता तो उन्हें बहुत बुरा लगता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में हर किसी का पहनावा, बर्ताव और आदतें अलग-अलग होती हैं, लेकिन जब महिलाओं की इन बातों को उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है तो उन्हें परेशानी होती है। ईशा ने कहा कि महिलाओं की चॉइस का सम्मान होना चाहिए और उन्हें सपोर्ट करना चाहिए, खासकर जो महिलाएं काम कर रही हैं।
सोशल मीडिया के बारे में ईशा ने कहा कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब सोशल मीडिया इतना एक्टिव नहीं था। उन्होंने कहा कि अब सब कुछ डिजिटल हो गया है और यह उनके लिए काफी नया है। ईशा ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं रहती हैं।
बड़े पर्दे पर वापसी के बारे में ईशा ने कहा कि उनके लिए फिल्म का थिएटर में आना बहुत ही खास है। उन्होंने कहा कि हालांकि वह पिछले कुछ सालों से वेब सीरीज और शॉर्ट फिल्मों में काम कर रही हैं, लेकिन उन्हें हमेशा बड़े पर्दे पर ही देखना पसंद है।