दिल्ली के शीशमहल का भविष्य: बीजेपी सरकार की योजना
दिल्ली के 'शीशमहल', जो कभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास था, को लेकर बीजेपी सरकार योजना बना रही है। बीजेपी ने साफ़ किया है कि कोई नेता इस बंगले में नहीं रहेगा। सरकार इसे राज्य अतिथि गृह में बदलने पर विचार कर रही है, क्योंकि दिल्ली में कोई स्टेट गेस्ट हाउस नहीं है। यह बंगला सिविल लाइंस में स्थित है, जहाँ राजभवन और सचिवालय भी हैं। 2015-2024 तक केजरीवाल यहाँ रहे। नवीनीकरण पर लागत बढ़कर 33.66 करोड़ रुपये हो गई।

रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली सरकार इस बंगले को राज्य अतिथि गृह में बदलने पर विचार कर रही है। चूंकि दिल्ली में दूसरे राज्यों की तरह कोई स्टेट गेस्ट हाउस नहीं है, इसलिए 6 फ्लैग स्टाफ रोड को गेस्ट हाउस बनाने की योजना है। हालांकि, इस पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है।
यह बंगला सिविल लाइंस इलाके में स्थित है, जहाँ राजभवन, दिल्ली विधानसभा और सचिवालय भी हैं। 1990 के दशक में भी 33, शाम नाथ मार्ग को स्टेट गेस्ट हाउस बनाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसे रद्द कर दिया गया।
6, फ्लैग स्टाफ रोड बंगला 1942 में बनाया गया था। कभी यह कांग्रेस नेता चौधरी प्रेम सिंह का घर था, जो दो बार दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रहे। बाद में यह दिल्ली सरकार के अधिकारियों को दिया गया। 2015 से 2024 तक अरविंद केजरीवाल अपने परिवार के साथ इसी बंगले में रहे। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद उन्होंने यह बंगला खाली कर दिया था।
CAG की रिपोर्ट के अनुसार, बंगले के नवीनीकरण पर अनुमानित लागत 7.91 करोड़ रुपये थी, लेकिन 2022 में यह बढ़कर 33.66 करोड़ रुपये हो गई।