खुफिया रिपोर्ट: ईरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा, रूस का चौंकाने वाला दावा
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा है। इससे पहले की रिपोर्टों में ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने के लिए आवश्यक सामग्री जुटाने का आरोप था, जिसके कारण अमेरिका ने उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रूस परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एक नया उपग्रह विकसित कर रहा है, जिसके अमेरिका और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। ईरान ने पहले 6 परमाणु बम बनाने लायक यूरेनियम का संवर्धन करने का दावा किया था, लेकिन तेहरान का कहना है कि उसकी परमाणु गतिविधियाँ शांतिपूर्ण हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने छह परमाणु बम बनाने लायक यूरेनियम का संवर्धन कर लिया था। यह भी कहा गया है कि रूस परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एक नया उपग्रह विकसित कर रहा है, जिसके अमेरिका और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, ईरान ने हाल के हफ्तों में अपने यूरेनियम भंडार में तेजी से वृद्धि की है, जिससे वह छह परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री जमा कर चुका है।
ईरान की परमाणु गतिविधियाँ 1950 के दशक में अमेरिका की मदद से शुरू हुईं, लेकिन तब वे शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए थीं। अब, अमेरिका ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बंद करना चाहता है। 1967 में, ईरान ने तेहरान विश्वविद्यालय में एक अनुसंधान रिएक्टर स्थापित किया और अमेरिका से समृद्ध यूरेनियम ईंधन प्राप्त किया।
1970 के दशक में, ईरान ने यूरोपीय देशों की ओर रुख किया और बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने के लिए एक जर्मन कंपनी के साथ अनुबंध किया, जिसे बाद में रूस ने पूरा किया। 2002 में नतानज़ और अराक परमाणु फैसिलिटी के खुलासे के बाद, पश्चिमी देशों ने ईरान पर प्रतिबंध और दबाव बढ़ा दिया।
2015 में ईरान ने JCPOA नामक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए, लेकिन 2018 में ट्रम्प ने इससे किनारा कर लिया, जिसके बाद ईरान ने धीरे-धीरे अपनी परमाणु प्रतिबद्धताओं को कम कर दिया और परमाणु बम हासिल करने के करीब पहुँच गया। ईरान का कहना है कि उसकी परमाणु गतिविधियाँ शांतिपूर्ण हैं और सामूहिक विनाश के हथियारों का उत्पादन इस्लाम में निंदनीय है।