बिहार दिवस 2025: गांधी मैदान में विकास गाथा

बिहार दिवस 2025 के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें 'लाइव गांव' आकर्षण का केंद्र रहा। मंत्री महेश्वर हजारी ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल का उद्घाटन किया। पीएचइडी विभाग ने 'लाइव गांव' बनाया है, जो लोगों को आकर्षित कर रहा है। जल संसाधन विभाग ने 19 वाहन चालकों को नियुक्ति पत्र दिए। 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' युवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़कर रोजगार देगा.

Mar 23, 2025 - 06:55
बिहार दिवस 2025: गांधी मैदान में विकास गाथा
बिहार दिवस के अवसर पर, पटना के गांधी मैदान में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें 'लाइव गांव' आकर्षण का केंद्र बना।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पीएचइडी विभाग और जल संसाधन विभाग ने संयुक्त रूप से कई कार्यक्रम आयोजित किए। मंत्री महेश्वर हजारी ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के स्टॉल का उद्घाटन किया और बिहार के प्रमुख स्थलों का 3डी अनुभव लिया।

मंत्री हजारी ने कहा कि बिहार महापुरुषों की धरती है और आज यहां कानून व्यवस्था, रोजगार, सड़क और बिजली सब कुछ बेहतर है। उन्होंने बताया कि अब राज्य के किसी भी कोने से पटना पहुंचने में 6 घंटे से ज्यादा नहीं लगते। सरकार 50 लाख रोजगार और नौकरी देने के लिए काम कर रही है।

पीएचइडी विभाग ने गांधी मैदान में 'लाइव गांव' बनाया है, जो लोगों को आकर्षित कर रहा है। विभाग ने 10 स्टॉल लगाए हैं, जहां योजनाओं की जानकारी दी जा रही है और स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की आधुनिक तकनीक के बारे में बताया जा रहा है।

जल संसाधन विभाग ने 19 वाहन चालकों को नियुक्ति पत्र दिए, जिनमें पहली बार एक महिला ड्राइवर भी शामिल है। श्रम संसाधन विभाग का 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है, जो युवाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़कर बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।