भोपाल: पत्रकार की गिरफ्तारी पर टीआई पर गिरी गाज

भोपाल में एक पत्रकार की आधी रात को गिरफ्तारी के बाद कटारा हिल्स थाने के टीआई पर कार्रवाई हुई है। पत्रकारों के विरोध के बाद टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है और पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया को जमानत मिल गई है। पत्रकारों ने आरोप लगाया था कि सिंगोरिया को बिना सबूत के झूठे केस में फंसाया गया है। पुलिस कमिश्नर ने टीआई को हटाने का आदेश दिया। मामला एक स्कूटी दुर्घटना से जुड़ा है, जिसमें रंगदारी और मारपीट का आरोप है। परिजनों ने गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं।

Mar 26, 2025 - 11:36
भोपाल: पत्रकार की गिरफ्तारी पर टीआई पर गिरी गाज
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक पत्रकार की आधी रात को हुई गिरफ्तारी के बाद कटारा हिल्स थाने के टीआई पर गाज गिरी है।

पत्रकारों के विरोध और चक्का जाम के बाद टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया। सेशन कोर्ट ने पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया को जमानत दे दी है। सिंगोरिया की गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों ने थाने पर धरना दिया था। उनका आरोप था कि कुलदीप को बिना सबूत के झूठे केस में फंसाया गया है।

पत्रकारों की मांग थी कि झूठा मामला दर्ज करने वाले टीआई पर कार्रवाई हो। इसके बाद पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी ने टीआई को हटाने का आदेश दिया।

क्या है मामला?

शेख अकील ने 20 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक बोलेरो ने उसकी स्कूटी को टक्कर मार दी और उसमें सवार लोगों ने 50 हजार रुपए मांगे और मारपीट की। पत्रकारों का कहना है कि यह मामला कुलदीप सिसोदिया के नाम पर दर्ज था, लेकिन पुलिस ने कुलदीप सिंगोरिया को गिरफ्तार कर लिया। पत्रकारों का यह भी कहना है कि गाड़ी न तो कुलदीप सिंगोरिया की है और न ही वे उस समय गाड़ी में मौजूद थे।

कुलदीप के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी सबूत के आधी रात को उन्हें उठाया और फोन जब्त कर लिया। परिवार और मित्रों को गिरफ्तारी की सूचना भी नहीं दी गई। मामले की जानकारी होते ही कई नेता पत्रकारों के समर्थन में उतर गए।