धामी सरकार का बड़ा कदम: 15 हजार वाहनों के लिए पार्किंग सुविधाएं तैयार

उत्तराखंड में साल भर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ जाती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रमुख तीर्थ स्थलों, शहरों और पर्यटन स्थलों पर पार्किंग निर्माण का फैसला लिया है। विभिन्न विकास प्राधिकरणों के माध्यम से 182 स्थानों पर 15,857 वाहनों की पार्किंग सुविधा विकसित की जा रही है। अब तक 34 स्थानों पर पार्किंग स्थलों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 47 स्थानों पर निर्माण कार्य प्रगति पर है।

Nov 29, 2024 - 15:45
धामी सरकार का बड़ा कदम: 15 हजार वाहनों के लिए पार्किंग सुविधाएं तैयार

उत्तराखंड में साल भर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही बनी रहती है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ जाती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रमुख तीर्थ स्थलों, शहरों और पर्यटन स्थलों पर पार्किंग निर्माण का फैसला लिया है। विभिन्न विकास प्राधिकरणों के माध्यम से 182 स्थानों पर 15,857 वाहनों की पार्किंग सुविधा विकसित की जा रही है। अब तक 34 स्थानों पर पार्किंग स्थलों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 47 स्थानों पर निर्माण कार्य प्रगति पर है।

ऑल वेदर रोड और हाईवे ने बढ़ाई पहुंच

प्रदेश में ऑल वेदर रोड, एक्सप्रेस वे और स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे में उन्नत करने के साथ पीएमजीएसवाई के जरिए सड़कों की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। इससे चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के दौरान रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों की भीड़ दर्ज की जा रही है। हालांकि, बढ़ती भीड़ के कारण शहरों और पर्यटन स्थलों पर ट्रैफिक जाम की समस्या उभरने लगी है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने पार्किंग निर्माण पर जोर दिया है।

पहली बार टनल पार्किंग का निर्माण

पर्वतीय भू-भाग में भूमि की कमी के कारण उत्तराखंड सरकार पहली बार टनल पार्किंग का विकल्प आजमा रही है। पहाड़ों के अंदर सुरंग बनाकर इन पार्किंग स्थलों का निर्माण किया जाएगा। बागेश्वर, लक्ष्मणझूला, उखीमठ, कैम्प्टी फॉल, तपोवन, नैनीताल और उत्तरकाशी जैसे स्थानों पर टनल पार्किंग की योजना बनाई गई है। उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (ऊडा) के मुख्य प्रशासक डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने इसे प्रदेश के लिए मील का पत्थर बताया है।

स्थानीय निवासियों को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ट्रैफिक जाम से पर्यटकों का कीमती समय बर्बाद न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर भूमि चयन के निर्देश दिए गए हैं। इससे न केवल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को सुविधा होगी बल्कि स्थानीय निवासियों को भी इसका लाभ मिलेगा। मल्टी स्टोरी, सरफेस और ऑटोमेटेड पार्किंग के साथ 10 स्थानों पर टनल पार्किंग की योजना से राज्य के पर्यटन और बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी।

अब तक 2102 वाहनों के लिए पार्किंग तैयार

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 34 पार्किंग स्थलों का निर्माण पूरा कर लिया गया है, जिनमें 2102 वाहनों की पार्किंग क्षमता है। इन 34 स्थलों में से अधिकांश देहरादून और ऋषिकेश में हैं, जहां 2,000 गाड़ियों की पार्किंग सुविधा तैयार की गई है। अन्य 47 स्थलों पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, और शेष स्थानों पर कार्यवाही विभिन्न चरणों में है।

उत्तराखंड में ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

सरकार की इस पहल से न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, बल्कि पर्यटन और तीर्थयात्रा का अनुभव भी बेहतर होगा। पार्किंग स्थलों का निर्माण यात्रियों और स्थानीय निवासियों दोनों के लिए लाभदायक साबित होगा। इसके साथ ही, टनल पार्किंग जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए नए आयाम स्थापित करेगा।