चारधाम यात्रा 2025: रील बनाने पर रोक, वीआईपी दर्शन भी नहीं
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू होगी, जिसके लिए नए नियम लागू किए गए हैं। इस बार सोशल मीडिया पर वीडियो और रील बनाने वालों पर सख्ती की जाएगी, मंदिरों के अंदर वीडियोग्राफी और रील बनाने पर पाबंदी होगी, उल्लंघन करने पर दर्शन किए बिना वापस भेज दिया जाएगा। VIP दर्शन भी बंद रहेंगे। यात्रा के लिए 9 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। केदारनाथ-बद्रीनाथ पंडा समाज ने रील बनाने वालों को मंदिर में प्रवेश न देने का निर्णय लिया है। यात्रा मार्ग पर 10 होल्डिंग स्थल बनाए गए हैं।

उसके लिए नए नियम लागू किए गए हैं। इस यात्रा में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस बार, सोशल मीडिया पर वीडियो और रील बनाने वालों पर सख्ती की जाएगी।
मंदिरों के अंदर वीडियोग्राफी और रील बनाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है, और उल्लंघन करने पर दर्शन किए बिना ही वापस भेज दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, VIP दर्शन भी इस वर्ष बंद रहेंगे। इस यात्रा के लिए अब तक 9 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है, और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
केदारनाथ-बद्रीनाथ पंडा समाज ने निर्णय लिया है कि रील बनाने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, क्योंकि पिछले साल इस प्रकार की गतिविधियों से व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हुई थी।
केदारनाथ धाम में केवल वीडियो बनाने के लिए ढोल-नगाड़े बजाए जा रहे थे, जिससे श्रद्धालुओं और प्रकृति की शांति भंग हो रही थी। इसलिए, प्रशासन ने इस बार कैमरा चालू करने पर पूर्ण रोक लगा दी है।
बद्रीनाथ धाम के पंडा पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने कहा कि पैसे लेकर दर्शन करवाना भगवान की मर्यादा के खिलाफ है। इसलिए, इस बार सभी श्रद्धालु सामान्य दर्शन ही कर पाएंगे, जिससे सभी को समान अवसर मिलेगा।
यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर के हिस्सों में विभाजित किया गया है, और प्रत्येक हिस्से में 6 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मौसम खराब होने की स्थिति में, यात्रियों को राहत देने के लिए 10 होल्डिंग स्थल बनाए गए हैं, जहां भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध होंगी।