गुड़ में मिलावट: कैसे करें पहचान, सेहत पर असर
आजकल चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल बढ़ गया है, क्योंकि चीनी को डायबिटीज और मोटापे का कारण माना जाता है। लेकिन, गुड़ में खतरनाक केमिकल की मिलावट हो रही है। एफडीए ने बेंगलुरु में मिलावटी गुड़ के कुछ सैंपल पकड़े हैं, जिनमें वॉशिंग सोडा, चॉक पाउडर और 'मेटानिल येलो' मिलाया गया था। ये केमिकल शरीर के लिए खतरनाक हैं और किडनी व लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। FSSAI के अनुसार, गुड़ में चॉक पाउडर की जांच करने के लिए, एक गिलास पानी में गुड़ का पाउडर मिलाएं; अगर चॉक मिली होगी तो वह नीचे बैठ जाएगी।

आजकल लोग चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि हेल्थ एक्सपर्ट्स चीनी को डायबिटीज और मोटापे का कारण मानते हैं। रिफाइन होने के कारण चीनी में कोई पोषण नहीं होता। इसलिए लोग गुड़ या शहद का उपयोग करते हैं, ताकि चीनी के नुकसानों से बचा जा सके।
लेकिन, यदि पता चले कि डायबिटीज से बचने का यह तरीका किडनी खराब कर सकता है, तो क्या होगा? यह सच है, क्योंकि गुड़ में खतरनाक केमिकल की मिलावट हो रही है। एफडीए ने बेंगलुरु में मिलावटी गुड़ के कुछ सैंपल पकड़े हैं, जिनमें वॉशिंग सोडा, चॉक पाउडर और 'मेटानिल येलो' नामक गोल्ड येलो रंग मिलाया गया था।
वॉशिंग सोडा में सोडियम कार्बोनेट होता है, जो एक एल्कालाइन केमिकल है। यह इंसानों के सेवन के लिए सही नहीं है और खाने पर मुंह, गले व पेट में जलन हो सकती है। इससे उल्टी या डायरिया भी हो सकता है। मेटानिल येलो केमिकल डाई खाने में इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबंधित है, मगर गैरकानूनी तरीके से इसे मिठाई, हल्दी या दालों में मिला देते हैं। यह शरीर के लिए खतरनाक है और जी मिचलाना, उल्टी, पेट दर्द और डायरिया कर सकता है। यह केमिकल लिवर और किडनी को खराब कर सकता है।
गुड़ में चॉक पाउडर की जांच कैसे करें:
FSSAI के अनुसार, एक पारदर्शी गिलास में पानी लें और उसमें 10 ग्राम गुड़ का पाउडर मिलाएं। अगर इसमें चॉक मिली होगी, तो यह गिलास के नीचे बैठने लगेगी।