लखनऊ-वाराणसी में 100 से अधिक सड़कें बनेंगी, CHC का होगा एक्सटर्नल असेसमेंट

उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ और वाराणसी में 100 से अधिक सड़कों का निर्माण करेगी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगी। सीसी रोड, इंटरलॉकिंग और नालियों का निर्माण किया जाएगा। सीएचसी को बेहतर सुविधाओं से लैस करने के लिए जिला अस्पताल से लेकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर को एनक्वास प्रमाण पत्र मिलेगा। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को निर्माण का कार्य सौंपा गया है और निर्माण शुरू करने से पहले पर्यावरणीय मंजूरी ली जाएगी। लखनऊ में 25 सड़कें बनेंगी। सीएम योगी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग जिला अस्पताल से लेकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर को एनक्वास प्रमाण पत्र दिलाने की तैयारी कर रहा है और 122 सीएचसी का जल्द ही एक्सटर्नल असेसमेंट करवाया जाएगा। एनएचएम स्वास्थ्य इकाइयों को तकनीक से जोड़ रहा है और हर इकाई के लिए असेसर और असेसमेंट की तारीख तय कर दी गई है। कायाकल्प अवॉर्ड बेहतर चिकित्सा सुविधा, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए दिया जाएगा.

Apr 15, 2025 - 11:19
लखनऊ-वाराणसी में 100 से अधिक सड़कें बनेंगी, CHC का होगा एक्सटर्नल असेसमेंट
उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ और वाराणसी के सड़क तंत्र को और भी बेहतर बनाने जा रही है। त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत, इन दोनों शहरों में 100 से ज्यादा सड़कें बनेंगी। इसके साथ ही, प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाओं को भी उन्नत किया जाएगा।

इन योजनाओं के तहत, सीसी रोड, इंटरलॉकिंग और नालियों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जाएगा। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को इन कार्यों के लिए कार्यदायी संस्था के रूप में नियुक्त किया गया है।

एक अधिकारी ने बताया कि निर्माण कार्य शुरू करने से पहले पर्यावरणीय मंजूरी और सभी आवश्यक वैधानिक स्वीकृतियां प्राप्त की जाएंगी। शासन ने दोनों जिलों के जिलाधिकारियों को इस योजना को लागू करने के लिए पत्र भेज दिया है। लखनऊ में कुल 25 सड़कें बनेंगी, जिनमें आधुनिक निर्माण तकनीकों का उपयोग किया जाएगा और जल निकासी प्रणाली को सुधारा जाएगा। इस योजना से बक्शी का तालाब, मलिहाबाद, सरोजनीनगर और वाराणसी के पिंडरा, नारायणपुर, सारनाथ जैसे क्षेत्र लाभान्वित होंगे।

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, सीएचसी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल से लेकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक, सभी को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाण पत्र दिलाने की तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य इकाइयों को कायाकल्प अवॉर्ड के लिए भी तैयार किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक ने 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) का जल्द से जल्द बाहरी मूल्यांकन कराने के निर्देश दिए हैं।

एनएचएम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए स्वास्थ्य इकाइयों को तकनीक से जोड़ा जा रहा है। इस क्रम में, प्रदेश के सभी अपर निदेशकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। प्रत्येक स्वास्थ्य इकाई के लिए तीन-तीन असेसर और मूल्यांकन की तिथियाँ निर्धारित कर दी गई हैं।

कानपुर और जौनपुर में सात-सात, बरेली और सिद्धार्थनगर में छह-छह, कानपुर देहात और शाहजहांपुर में पांच-पांच, तथा लखनऊ, बाराबंकी, वाराणसी, बस्ती, संत कबीरनगर, आगरा, बुलंदशहर, भदोही और मथुरा में चार-चार स्वास्थ्य केंद्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, संभल, पीलीभीत, बागपत, जीबी नगर, सहारनपुर, फिरोजाबाद, एटा, अलीगढ़, अंबेडकरनगर, मीरजापुर और उन्नाव में तीन-तीन, अमेठी, औरेया, हाथरस में दो-दो, तथा लखीमपुर खीरी, कासगंज और प्रयागराज में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का बाहरी मूल्यांकन किया जाना है।

कायाकल्प अवॉर्ड निम्नलिखित मानकों को पूरा करने पर दिया जाता है:

बेहतर चिकित्सा सुविधा
स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई और स्वच्छता
अपशिष्ट पदार्थों का बेहतर प्रबंधन और संक्रमण नियंत्रण प्रणाली