गुड़ी पड़वा: महाराष्ट्र की खास डिशेज, त्योहार का मजा करें दोगुना

गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र का प्रसिद्ध त्योहार है। इस दिन कई प्रकार के पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं, जिनमें पूरन पोली, श्रीखंड-पूरी, बासुंदी, साबुदाना खिचड़ी, मटकी उसल, कोकोनट लड्डू, थालीपीठ और आंबील शामिल हैं। पूरन पोली एक मीठा पराठा है, जबकि श्रीखंड दही से बनने वाला मीठा व्यंजन है। बासुंदी गाढ़े दूध से बनने वाली मिठाई है और साबुदाना खिचड़ी व्रत में खाई जाती है। मटकी उसल प्रोटीन से भरपूर होती है और कोकोनट लड्डू नारियल और गुड़ से बनाए जाते हैं। थालीपीठ आटे, मसाले और सब्जियों से बनता है, जबकि आंबील रागी के आटे से तैयार किया जाता है।

Mar 29, 2025 - 09:03
गुड़ी पड़वा: महाराष्ट्र की खास डिशेज, त्योहार का मजा करें दोगुना
गुड़ी पड़वा: महाराष्ट्र की खास डिशेज

गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन कई प्रकार के पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं। इन व्यंजनों में से कुछ के बारे में तो लोग जानते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनके बारे में कम ही जानकारी है।

पूरण पोली: यह गुड़ी पड़वा की शान है। यह एक मीठा पराठा है जो चने की दाल, गुड़ और इलायची पाउडर के मिश्रण से भरा होता है। इसे घी में सेंककर परोसा जाता है।

श्रीखंड-पूरी: श्रीखंड एक ठंडा और मीठा व्यंजन है। इसे दही, केसर, इलायची और चीनी से तैयार किया जाता है। इसे गरमा-गरम पूरी के साथ परोसा जाता है।

बासुंदी: बासुंदी गाढ़े दूध से बनने वाली मिठाई है। इसे चीनी, इलायची और केसर मिलाकर बनाया जाता है। इसमें बादाम, पिस्ता और काजू भी डाले जाते हैं।

साबुदाना खिचड़ी: साबुदाना खिचड़ी व्रत के दौरान खाई जाती है। यह मूंगफली, जीरा और हरी मिर्च के तड़के के साथ बनाई जाती है।

मटकी उसल: मटकी (मोठ) को भिगोकर ताजे मसालों और नारियल के साथ तैयार किया जाता है। यह प्रोटीन से भरपूर होती है।

कोकोनट लड्डू: नारियल और गुड़ से बने लड्डू गुड़ी पड़वा पर बनाए जाते हैं। ये लड्डू पोषण से भरपूर होते हैं।

थालीपीठ: थालीपीठ महाराष्ट्र का एक पारंपरिक व्यंजन है। यह आटे, मसाले और सब्जियों को मिलाकर बनाया जाता है।

आंबील: आंबील रागी के आटे से तैयार किया जाता है। यह पचने में आसान और पोषण से भरपूर होता है।