प्रोटीन की कमी: कारण, लक्षण और निवारण
शरीर में हेल्दी मसल्स और सेल्स के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होना जरूरी है। प्रोटीन की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, बार-बार बीमार पड़ना, बालों का झड़ना, त्वचा की समस्याएं, भूख बढ़ना, वजन घटना, सूजन और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एक स्वस्थ व्यस्क को रोजाना 0.8 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से लेना चाहिए। प्रोटीन के लिए अंडे, चिकन, मछली, दूध, दही, पनीर, दालें, राजमा, सोयाबीन, मूंगफली, बादाम और क्विनोआ का सेवन करें।

शरीर में हेल्दी मसल्स और सेल्स के लिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होना जरूरी है। कई लोग अपनी डाइट से पर्याप्त प्रोटीन नहीं ले पाते, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। प्रोटीन शरीर के कई कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रोटीन की कमी से होने वाली समस्याएं:
मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द: प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है। इसकी कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे थकान और दर्द होता है।
बार-बार बीमार पड़ना: प्रोटीन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसकी कमी से शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
बालों का झड़ना और त्वचा की समस्याएं: प्रोटीन की कमी से बाल झड़ने लगते हैं, रूखे हो जाते हैं और नाखून कमजोर हो जाते हैं। त्वचा पर रैशेज और घाव भरने में देरी भी हो सकती है।
भूख बढ़ना और वजन घटना: प्रोटीन पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। इसकी कमी से बार-बार भूख लगती है, लेकिन वजन घटने लगता है, क्योंकि शरीर ऊर्जा के लिए मांसपेशियों को तोड़ने लगता है।
सूजन: प्रोटीन की कमी से शरीर में सूजन आ सकती है, खासकर पैरों, हाथों और चेहरे पर।
थकान और कमजोरी: प्रोटीन की कमी से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
रोजाना कितना प्रोटीन लेना चाहिए:
एक स्वस्थ व्यस्क को रोजाना 0.8 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से लेना चाहिए। प्रोटीन के लिए अंडे, चिकन, मछली, दूध, दही, पनीर, दालें, राजमा, सोयाबीन, मूंगफली, बादाम और क्विनोआ का सेवन करें।