गर्भावस्था में अंतिम अल्ट्रासाउंड: 36-38 सप्ताह में क्यों?

प्रेग्‍नेंसी में बच्‍चे के विकास पर नजर रखने के लिए समय-समय पर अल्‍ट्रासाउंड कराया जाता है। सोशल मीडिया पर वायरल दावे के अनुसार, प्रेग्‍नेंसी में आखिरी अल्ट्रासाउंड 36-38 सप्‍ताह के बीच कराना चाहिए। डॉक्‍टर कविता कोवी के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान आखिरी अल्ट्रासाउंड 36 से 38 सप्ताह के बीच किया जाता है, जिसे बायोफिजिकल प्रोफाइल या ग्रोथ स्कैन कहते हैं। यह डिलीवरी से पहले बच्चे की स्थिति, विकास, एमनियोटिक द्रव, प्लेसेंटल फंक्शन और समग्र स्वास्थ्य का आकलन करता है। यह अल्‍ट्रासाउंड भ्रूण के विकास में बाधा जैसी जटिलताओं का पता लगाने के लिए जरूरी है। सजग फैक्ट चेक टीम ने इस दावे को सच पाया है।

Mar 19, 2025 - 18:08
गर्भावस्था में अंतिम अल्ट्रासाउंड: 36-38 सप्ताह में क्यों?
प्रेग्‍नेंसी में अंतिम अल्‍ट्रासाउंड: 36-38 सप्‍ताह में क्यों?

प्रेग्‍नेंसी में बच्‍चे के बारे में जानने के लिए अल्‍ट्रासाउंड जरूरी है। सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल है कि आखिरी अल्‍ट्रासाउंड 36-38 सप्‍ताह में होना चाहिए। पहली बार मां बनने वाली महिलाएं कंफ्यूज रहती हैं, इसलिए सच्‍चाई जानना जरूरी है।

प्रेग्‍नेंसी में बच्‍चे के विकास को देखने के लिए समय-समय पर अल्‍ट्रासाउंड होता है। इससे बच्‍चे की तस्‍वीरें लेकर उसकी सही पोजीशन और विकास का पता चलता है। कुछ लोग कई बार अल्‍ट्रासाउंड कराते हैं, तो कुछ सिर्फ एक या दो बार।

इंस्‍टाग्राम पर एक रील में कहा गया है कि लास्‍ट अल्‍ट्रासाउंड 36-38 सप्‍ताह के बीच होना चाहिए। इस दावे की सच्‍चाई जानने के लिए डॉक्‍टर कविता कोवी से बात की गई।

डॉक्‍टर कविता कोवी के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान आखिरी अल्ट्रासाउंड 36 से 38 सप्ताह के बीच किया जाता है। इसे बायोफिजिकल प्रोफाइल या ग्रोथ स्कैन कहते हैं। यह डिलीवरी से पहले बच्चे की स्थिति, विकास, एमनियोटिक द्रव, प्लेसेंटल फंक्शन और समग्र स्वास्थ्य का आकलन करता है।

डॉक्‍टर बताती हैं कि यह अल्‍ट्रासाउंड भ्रूण के विकास में बाधा, कम या ज्‍यादा एमनियोटिक फ्लूड, प्लेसेंटल समस्याएं या ब्रीच पोजीशन जैसी जटिलताओं का पता लगाने के लिए जरूरी है। इससे पता चलता है कि नॉर्मल डिलीवरी होगी या सी-सेक्‍शन। हालांकि, कम जोखिम वाली प्रेग्‍नेंसी में इसकी सलाह नहीं दी जाती।

डॉक्‍टर के अनुसार, प्रीनटल अल्ट्रासाउंड के लिए अपनी डॉक्‍टर से बात करनी चाहिए। वह सही सलाह दे सकती हैं। सजग फैक्ट चेक टीम ने इस दावे को सच पाया है।