मिलावटी कुट्टू के आटे से कैसे बचें: आसान पहचान के तरीके
नवरात्रि में व्रत रखने वाले लोग कुट्टू के आटे का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसमें मिलावट की आशंका रहती है। असली और नकली कुट्टू के आटे की पहचान करने के लिए रंग की जांच करें; शुद्ध आटा गहरे भूरे रंग का होता है। पानी में मिलाकर परीक्षण करें; मिलावटी आटा तैरता हुआ दिखाई देगा। गूंथकर देखें; शुद्ध आटा बंध जाएगा, जबकि मिलावटी आटा बिखर जाएगा। पैकेट पर FSSAI मार्क और एक्सपायरी डेट की जांच करें। इन तरीकों से आप मिलावटी आटे से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

नवरात्रि के दौरान, बहुत से लोग व्रत रखते हैं और कुट्टू के आटे का सेवन करते हैं। हालांकि, इस आटे में मिलावट होना आम बात है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप असली और नकली कुट्टू के आटे की पहचान कर सकते हैं।
रंग से पहचान:
शुद्ध कुट्टू का आटा गहरे भूरे रंग का होता है। यदि आटा ग्रे या हरे रंग का दिखाई दे, तो यह मिलावटी हो सकता है।
पानी का परीक्षण:
एक गिलास पानी में एक चम्मच आटा मिलाएं। यदि आटे में मिलावट है, तो अशुद्धियाँ पानी में तैरती हुई दिखाई देंगी।
गूंधकर देखें:
आटे को गूंथकर भी मिलावट का पता लगाया जा सकता है। शुद्ध कुट्टू का आटा आसानी से बंध जाएगा, जबकि मिलावटी आटा बिखर जाएगा।
लेबल की जांच करें:
पैकेट वाले आटे का लेबल ध्यान से पढ़ें। FSSAI मार्क की तलाश करें और सुनिश्चित करें कि आटे की एक्सपायरी डेट अभी नहीं निकली है।
इन सरल तरीकों से, आप नवरात्रि के दौरान मिलावटी कुट्टू के आटे से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।