पौधों की पिंचिंग: क्या है और क्यों है जरूरी?
आजकल हर कोई गार्डनिंग का शौक रखता है, लेकिन पौधों की देखभाल और उनसे जुड़ी खास बातें कम ही लोगों को पता होती हैं। उन्हीं में से एक है पिंचिंग, जो पौधा लगाते समय बहुत जरूरी है। गार्डनर अनन्या ठाकुर ने पिंचिंग के बारे में बताते हुए इसके फायदे भी बताए हैं। पिंचिंग करने से पौधे में ज्यादा टहनियां आती हैं, जिससे अधिक फल और फूल लगते हैं। इससे पौधा घना और हरा-भरा दिखता है, साथ ही उसे अच्छा आकार भी मिलता है। अगर पिंचिंग न की जाए, तो पौधा सिर्फ लंबाई में बढ़ता है और उसमें एक ही टहनी निकलती है। पिंचिंग एक तरह से पौधे की छटाई है।

हर किसी को अपने घर में हरियाली पसंद होती है। शहरों में हरियाली कम होने की वजह से लोग अपने घर में गार्डन बनाते हैं। जिनके पास जगह होती है, वो पेड़-पौधे लगाते हैं, और जिनके पास जगह कम होती है, वो बालकनी या छत पर गार्डनिंग करते हैं। पौधा लगाना तो आसान है, लेकिन उसकी देखभाल करना उतना ही मुश्किल।
कई लोगों की शिकायत होती है कि उनके पड़ोसी के पौधे अच्छे से बढ़ रहे हैं, जबकि उनके पौधे नहीं बढ़ रहे। ऐसा देखभाल की कमी की वजह से होता है। पौधों की देखभाल अलग-अलग तरीकों से की जाती है, और पिंचिंग उनमें से एक है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता होता है।
पिंचिंग क्या होती है?
गार्डनर अनन्या ठाकुर ने बताया कि पिंचिंग का मतलब है, जब हम कोई नया पौधा लगाते हैं तो उसके ऊपर के हिस्से को तोड़ देते हैं। इसे आसान भाषा में पौधे की छटाई भी कह सकते हैं।
पिंचिंग के फायदे:
* अगर पौधे की पिंचिंग नहीं करते हैं तो वो सिर्फ लंबाई में बढ़ता है और उसमें एक ही टहनी निकलती है।
* पिंचिंग करने से पौधे में बहुत सारी टहनियां निकलती हैं, जिससे ज्यादा फल और फूल लगते हैं।
* पिंचिंग करने से पौधा घना होता है और हरा-भरा दिखता है।
* पिंचिंग से पौधे को अच्छा आकार मिलता है, जिससे वो सुंदर दिखता है।