फल या जूस: सेहत के लिए क्या है बेहतर?
विशेषज्ञों का कहना है कि फल खाने से सेहत को ज्यादा फायदा होता है क्योंकि जूस में फाइबर नहीं होता। फल और सब्जियों में पोषक तत्वों के साथ-साथ हेल्दी फाइबर भी होता है, जो जूस निकालने के दौरान नष्ट हो जाता है। फाइबर पाचन क्रिया को सही रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन 30 ग्राम फाइबर और महिलाओं को 25 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है। इसलिए फल खाने की आदत को बरकरार रखना चाहिए।

आमतौर पर सलाह दी जाती है कि हर दिन के भोजन में कम से कम एक फल जरूर शामिल करें। कुछ लोग फल खाने की जगह जूस पीना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फल ज्यादा फायदेमंद है या जूस? आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
सेहतमंद रहने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा सही डाइट और नियमित एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। ये दोनों चीजें फिटनेस के लिए बहुत जरूरी हैं। भोजन के माध्यम से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं, अंगों को ठीक से काम करने में मदद करते हैं और उनके विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
हमें अपने दैनिक आहार में फल और सब्जियों को अवश्य शामिल करना चाहिए। ये हमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैंसर, मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और फ्लू जैसी समस्याओं से बचा सकते हैं।
हालांकि, कई लोग फल खाने की बजाय जूस पीना पसंद करते हैं, खासकर वे लोग जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे जूस इसलिए पीते हैं ताकि उनका पेट भरा रहे और वजन घटाने में मदद मिले। लेकिन सवाल यह है कि क्या फलों का जूस, साबुत फल से ज्यादा फायदेमंद होता है?
फल या जूस: कौन है ज्यादा फायदेमंद?
अगर आप भी फल खाने की जगह जूस पीने के शौकीन हैं, तो अपनी इस आदत को बदलने की कोशिश करें, क्योंकि फल के मुकाबले जूस उतना फायदेमंद नहीं होता। यह सुनकर कई लोगों को हैरानी होगी कि फल, जूस से ज्यादा बेहतर माना जाता है।
फल क्यों है बेहतर विकल्प
आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि फल खाना या उसका जूस पीना तो एक ही बात है, फिर जूस को कम फायदेमंद क्यों कहा जा रहा है? इस बारे में मेयो क्लिनिक ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जूस में फलों में पाए जाने वाले ज्यादातर विटामिन, खनिज और प्लांट केमिकल होते हैं।
जबकि साबुत फल और सब्जियों में पोषक तत्वों और मिनरल्स के साथ-साथ हेल्दी फाइबर भी होता है, जो जूस निकालने के दौरान नष्ट हो जाता है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि शरीर, फलों और सब्जियों की तुलना में जूस से पोषक तत्वों को ज्यादा अच्छी तरह से सोख सकता है, लेकिन यह सच नहीं है।
फाइबर क्या है?
फाइबर एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है, जो दो तरह का होता है: घुलनशील (सॉल्युबल) और अघुलनशील (इनसॉल्युबल)। ये दोनों ही प्रकार के फाइबर शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। फाइबर पाचन क्रिया को सही रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, यह ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। फाइबर की मदद से वजन को भी नियंत्रित रखा जा सकता है।
फाइबर की दैनिक जरूरत
हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना फाइबर को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। बेटर हेल्थ के अनुसार, वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन 30 ग्राम फाइबर और महिलाओं को 25 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।