ट्रंप प्रशासन का विवादित कदम: वेनेजुएला गैंग सदस्यों को अल सल्वाडोर भेजा

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने 200 से अधिक वेनेजुएला के कथित गैंग सदस्यों को अल सल्वाडोर की जेल में भेज दिया, जबकि एक न्यायाधीश ने इस निर्वासन को रोकने का आदेश दिया था। वेनेजुएला ने इस कदम की निंदा की है। अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने 200 से अधिक लोगों के आने की पुष्टि की है, जिन्हें CECOT जेल में रखा गया है। ट्रंप प्रशासन ने 1798 के एलियन एनिमीज एक्ट का इस्तेमाल किया, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया। नायब बुकेले ने सोशल मीडिया पर कैदियों का एक वीडियो साझा किया।

Mar 17, 2025 - 11:46
ट्रंप प्रशासन का विवादित कदम: वेनेजुएला गैंग सदस्यों को अल सल्वाडोर भेजा
वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने एक विवादास्पद कदम उठाते हुए 200 से अधिक वेनेजुएला के कथित गैंग सदस्यों को अल सल्वाडोर की जेल में भेज दिया है। यह कार्रवाई उस समय की गई, जब एक संघीय न्यायाधीश ने प्रशासन को इस निर्वासन को सही ठहराने के लिए सदियों पुराने युद्धकालीन कानून का उपयोग करने से रोक दिया था। हालांकि, अदालत के आदेश से पहले ही विमान अल सल्वाडोर के लिए रवाना हो चुके थे।

वेनेजुएला की सरकार ने इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए इसे अमेरिकी और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने भी अमेरिका से 200 से अधिक लोगों के आने की पुष्टि की है। इन कैदियों को टेरोरिज्म कनफाइनमेंट सेंटर (CECOT) में रखा गया है, जो एक उच्च सुरक्षा वाली जेल है।

ट्रंप प्रशासन ने 1798 के एलियन एनिमीज एक्ट का इस्तेमाल किया, जो राष्ट्रपति को दुश्मन देश के नागरिकों को हिरासत में लेने या निर्वासित करने का अधिकार देता है। इस कानून का उपयोग पहले केवल तीन बार बड़े अंतरराष्ट्रीय संघर्षों के दौरान किया गया था। वेनेजुएला के साथ अमेरिका का कोई युद्ध नहीं होने के बावजूद इस कानून का इस्तेमाल विवाद का विषय बन गया है।

नायब बुकेले ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें 238 कथित गैंग सदस्यों को हथकड़ी और बेड़ियों में बंधे हुए विमान से कड़ी सुरक्षा में ले जाया जा रहा है। इन कैदियों के सिर मुंडवाए गए और उनके हाथ पीछे बंधे हुए थे। उन्हें राजधानी सैन सल्वाडोर से 75 किलोमीटर दूर जंगल में स्थित CECOT जेल में रखा गया है। बुकेले ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ एक बैठक में अमेरिकी कैदियों को अपने देश में रखने की पेशकश की थी, जिसमें ट्रेन डे अरागुआ और अल सल्वाडोर के MS-13 गैंग के सदस्य शामिल थे।