बुजुर्गों में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से बचाव के 6 तरीके
भारत में बुजुर्गों की आबादी में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज एक गंभीर समस्या है। शहरों में 26% और गांवों में 9.3% बुजुर्ग शुगर से पीड़ित हैं, जबकि 32% हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं। ये बीमारियां साइलेंट किलर हैं, इसलिए जागरूकता और बचाव जरूरी है। नमक-चीनी कम करें, पौष्टिक भोजन लें, व्यायाम करें, और नियमित जांच कराएं। घरवालों और समाज को बुजुर्गों की सेहत पर ध्यान देना चाहिए। जागरूकता की कमी से बीमारी बढ़ सकती है।

ये बीमारियां धीरे-धीरे बढ़ती हैं और कई बार लक्षण भी नहीं दिखातीं, जिससे इन्हें 'साइलेंट किलर' कहा जाता है। हेल्पएज इंडिया की डॉक्टर ऋतु राणा के अनुसार, ज्यादातर बुजुर्गों को हाई ब्लड प्रेशर या शुगर के बारे में पता ही नहीं चलता, क्योंकि शुरुआती लक्षण जैसे हल्का सिर दर्द या थकान को वे नजरअंदाज कर देते हैं।
बचाव के उपाय:
1. नमक और चीनी कम करें: खाने में नमक और चीनी की मात्रा कम करें।
2. पौष्टिक भोजन: बुजुर्गों के लिए पौष्टिक भोजन सबसे अच्छा है।
3. नियमित व्यायाम: रोजाना थोड़ी देर टहलना या हल्का व्यायाम करना चाहिए।
4. जांच: जल्दी जांच कराना जरूरी है ताकि इलाज समय पर शुरू हो सके।
5. जीवनशैली में बदलाव: सही खान-पान, समय पर दवाइयाँ और थोड़ी बहुत एक्सरसाइज फायदेमंद होती है।
6. नियमित जांच: ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच बहुत जरूरी है।
डॉक्टर स्वप्निल शिखा का कहना है कि घरवालों और समाज दोनों को बुजुर्गों की सेहत पर ध्यान देना चाहिए। इन बीमारियों का सही समय पर इलाज न हो पाने का एक कारण यह भी है कि बहुत से बुजुर्ग डॉक्टर के पास जाने से बचते हैं। जागरूकता की कमी के कारण भी कई बार बीमारी बढ़ जाती है।