पोस्टपार्टम हाइपरटेंशन: कारण, खतरे और नियंत्रण के 10 तरीके
डिलिवरी के बाद महिलाओं में पोस्टपार्टम हाइपरटेंशन एक आम समस्या है, जिसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे हार्मोनल बदलाव और नींद की कमी। हाई बीपी से ब्रेन स्ट्रोक और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। इसे नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार, कम नमक का सेवन, व्यायाम और तनाव कम करना जरूरी है। समस्या बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।

डिलिवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें से एक है पोस्टपार्टम हाइपरटेंशन, यानी डिलीवरी के बाद हाई ब्लड प्रेशर। यह समस्या गंभीर हो सकती है, इसलिए समय रहते इसे नियंत्रित करना जरूरी है।
पोस्टपार्टम हाइपरटेंशन के कारण:
- प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर
- हार्मोनल बदलाव
- नींद की कमी और तनाव
- कुछ दवाओं का प्रभाव
- अधिक वजन और असंतुलित खानपान
- किडनी की समस्या
हाई बीपी से होने वाले खतरे:
- ब्रेन स्ट्रोक
- दिल की बीमारी
- किडनी फेलियर
पोस्टपार्टम हाइपरटेंशन को कैसे करें कंट्रोल:
- संतुलित आहार लें
- नमक कम खाएं
- हरी सब्जियां खाएं
- कैफीन और जंक फूड से बचें
- व्यायाम और योग करें
- गहरी सांस लें
- पैदल चलें
- वजन कंट्रोल करें
- पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करें
- डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लें