मार्च-अप्रैल में यादगार हिल स्टेशन: शिमला, कश्मीर, कूर्ग और मेघालय

मार्च-अप्रैल में भारत के 6 हिल स्टेशनों की यात्रा यादगार हो सकती है। गर्मी से बचने के लिए लोग ठंडी जगहों पर जाते हैं। दिल्ली के पास रहने वाले उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को पसंद करते हैं, लेकिन भीड़ से बचने के लिए अन्य विकल्प भी हैं। शिमला में हरी-भरी वादियां और एडवेंचर स्पोर्ट्स हैं, कश्मीर को 'धरती का स्वर्ग' कहा जाता है, कूर्ग झरनों और कॉफी बागानों के लिए प्रसिद्ध है, पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, मेघालय एडवेंचर और नेचर प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, और दार्जिलिंग में सूर्योदय का अद्भुत दृश्य और टॉय ट्रेन की सवारी है।

Mar 21, 2025 - 18:26
मार्च-अप्रैल में यादगार हिल स्टेशन: शिमला, कश्मीर, कूर्ग और मेघालय
भारत में मार्च-अप्रैल: 6 यादगार हिल स्टेशन

गर्मियों की शुरुआत के साथ, लोग ठंडी जगहों की तलाश में रहते हैं। मौसम विभाग ने भीषण गर्मी की चेतावनी दी है, इसलिए यात्रा की योजना बनाना एक अच्छा विचार है। दिल्ली के आसपास के लोग उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को पसंद करते हैं, लेकिन वहां बहुत भीड़ होती है। यहां कुछ अन्य विकल्प दिए गए हैं:

शिमला: पहाड़ों की ठंडी हवा और हरियाली पसंद है तो हिमाचल आएं। अप्रैल में मौसम रोमांटिक होता है और हरी-भरी वादियां मन को मोह लेती हैं। एडवेंचर स्पोर्ट्स में भी भाग ले सकते हैं।

कश्मीर: मार्च-अप्रैल में कश्मीर की हरी-भरी वादियों का आनंद लें। इसे 'धरती का स्वर्ग' कहा जाता है। मानसून को छोड़कर कभी भी जाएं, लेकिन अप्रैल सबसे अच्छा है। पहलगाम, गुलमर्ग, और सोनमर्ग जैसे स्थान रोमांच से भर देंगे।

कूर्ग: कूर्ग झरनों, धुंधले पहाड़ों और कॉफी बागानों के लिए प्रसिद्ध है। ट्रैकिंग, कैंपिंग और रिवर राफ्टिंग जैसी गतिविधियों में भाग लें। यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून तक है।

पचमढ़ी: मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी सतपुड़ा की पहाड़ियों पर स्थित है। यहां कई झरने और गुफाएं हैं, और ट्रैकिंग का भी मौका मिलता है।

मेघालय: अप्रैल में मेघालय की यात्रा सबसे अच्छी होती है। यहां न ज्यादा सर्दी होती है और न गर्मी। एडवेंचर और नेचर प्रेमियों के लिए यह स्वर्ग है। यहां कई झरने हैं, और दुनिया का सबसे साफ-सुथरा गांव भी है।

दार्जिलिंग: पश्चिम बंगाल में स्थित दार्जिलिंग बहुत खूबसूरत है। टाइगर हिल से सूर्योदय का अद्भुत दृश्य देखें और हिमालयन रेलवे (टॉय ट्रेन) की सवारी करें। यहां कई मठ और मंदिर भी हैं।