जापानी बच्चों के खास बैग: भूकंप में भी सुरक्षा, भारत में बैग नियम
जापान में बच्चे रैंडोसेरु नामक खास स्कूल बैग का इस्तेमाल करते हैं, जो उन्हें भूकंप से बचाता है। यह 100 साल पुराना बैग मीजी युग में शुरू हुआ और नीदरलैंड के सैन्य बैकपैक से प्रेरित है। यह जापानी संस्कृति में अनुशासन और शिक्षा का प्रतीक है। भारत में, बच्चों के भारी स्कूल बैग एक चिंता का विषय है, क्योंकि वे अपने शरीर के वजन का 45% तक ढोते हैं, जबकि शिक्षा मंत्रालय के अनुसार यह 10% से अधिक नहीं होना चाहिए।

रैंडोसेरु बैग, जो 100 साल से अधिक पुराना है, मीजी युग (1868-1912) में शुरू हुआ था। यह नीदरलैंड के सैन्य बैकपैक से प्रेरित है और अब यह जापान में अनुशासन, एकता और शिक्षा का प्रतीक बन गया है।
भारत में, बच्चों के स्कूल बैग का वजन एक चिंता का विषय है, क्योंकि वे भारी बोझ लेकर जाते हैं जिससे उनकी सेहत पर असर पड़ता है। एक अध्ययन के अनुसार, अधिकांश बच्चे अपने शरीर के वजन का 45% से अधिक भार ढोते हैं, जबकि शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, स्कूल बैग का वजन बच्चे के वजन का 10% से अधिक नहीं होना चाहिए।