फेफड़ों का कैंसर: स्मोकिंग के बिना भी महिलाओं को खतरा, मेदांता के डॉक्टर ने बताई 5 वजह

मेदांता अस्पताल के डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि धूम्रपान न करने वाली महिलाओं में भी फेफड़ों का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण, पैसिव स्मोकिंग, जेनेटिक और हार्मोनल प्रभाव, कुछ व्यवसायों में हानिकारक गैसों के संपर्क में आना और पहले से मौजूद फेफड़ों की बीमारियां महिलाओं में फेफड़ों के कैंसर के मुख्य कारण हैं। डॉ. कुमार ने महिलाओं को समय पर स्क्रीनिंग और जांच कराने, घर के अंदर के प्रदूषण को कम करने और धूम्रपान से बचने की सलाह दी है।

Mar 12, 2025 - 12:17
फेफड़ों का कैंसर: स्मोकिंग के बिना भी महिलाओं को खतरा, मेदांता के डॉक्टर ने बताई 5 वजह
महिलाओं में फेफड़ों के कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर मेदांता अस्पताल के डॉ. अरविंद कुमार ने चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि धूम्रपान न करने वाली महिलाओं में भी यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है।

महिलाओं में फेफड़ों के कैंसर के कारण:
  • वायु प्रदूषण: वाहनों और उद्योगों से निकलने वाला धुआं महिलाओं के लिए बड़ा खतरा है।
  • पैसिव स्मोकिंग: जो महिलाएं धूम्रपान नहीं करतीं, लेकिन धूम्रपान करने वालों के संपर्क में रहती हैं, उनमें भी खतरा बढ़ जाता है।
  • जेनेटिक और हार्मोनल प्रभाव: कुछ जीन म्यूटेशन और एस्ट्रोजन हार्मोन भी कैंसर को बढ़ावा देते हैं।
  • कामकाजी महिलाओं के लिए जोखिम: कुछ व्यवसायों में हानिकारक गैसों और रसायनों के संपर्क में आने से खतरा बढ़ता है।
  • पहले से मौजूद फेफड़ों की बीमारियां: COPD, फेफड़ों की फाइब्रोसिस या टीबी जैसी बीमारियों से भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

जागरूकता की जरूरत:
डॉ. कुमार ने महिलाओं को समय पर स्क्रीनिंग और जांच कराने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने घर के अंदर के प्रदूषण को कम करने, धूम्रपान से बचने और शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से लेने की सलाह दी है।