स्कूल में बच्चे की पिटाई: वीडियो यूपी का नहीं, ट्यूनीशिया में 2021 में हुई घटना

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शिक्षक एक छोटे बच्चे को बेरहमी से पीट रहा है। वीडियो उत्तर प्रदेश के एक स्कूल का बताया जा रहा था, लेकिन जांच में पता चला कि यह वीडियो ट्यूनीशिया के सॉसे का है और यह घटना 2021 में हुई थी। सजग की टीम ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए रिवर्स इमेज सर्च का उपयोग किया और पाया कि यह वीडियो तीन साल पुराना है। न्यूज एफएम नामक एक उपयोगकर्ता ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि यह घटना ट्यूनीशिया के सॉसे शहर में हुई थी।

Mar 8, 2025 - 11:33
स्कूल में बच्चे की पिटाई: वीडियो यूपी का नहीं, ट्यूनीशिया में 2021 में हुई घटना
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शिक्षक एक छोटे बच्चे को निर्दयतापूर्वक पीट रहा है। यह दावा किया जा रहा था कि वीडियो उत्तर प्रदेश के एक स्कूल का है, लेकिन जांच में पता चला कि यह वीडियो ट्यूनीशिया के सॉसे का है और यह घटना 2021 में हुई थी।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में, एक व्यक्ति एक छोटे बच्चे को बेरहमी से पीट रहा है, जबकि कमरे में अन्य बच्चे भी मौजूद हैं। इस वीडियो को साझा करते हुए, यह दावा किया गया कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के एक स्कूल का है। हालाँकि, सजग की टीम ने जब इस वीडियो की पड़ताल शुरू की, तो उपयोगकर्ताओं का दावा गलत निकला।

उपयोगकर्ताओं का दावा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का है। एक्स पर @PUNE__24 नाम के एक उपयोगकर्ता ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'ये दरिंदे महंगी-महंगी फीस लेते हैं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, इन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती?' एक अन्य उपयोगकर्ता ने भी इसी कैप्शन के साथ वीडियो साझा किया और यूपी पुलिस से शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।

सजग की टीम ने इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए रिवर्स इमेज सर्च का उपयोग किया। इससे पता चला कि यह वीडियो तीन साल पुराना है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह हालिया नहीं है। न्यूज एफएम नामक एक उपयोगकर्ता ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि यह घटना ट्यूनीशिया के सॉसे शहर में हुई थी, जहाँ एक शिक्षक एक स्कूली छात्र के साथ हिंसक हो गया था।

इसके बाद, सजग की टीम को jawharafm.net पर एक रिपोर्ट मिली, जिसके अनुसार सॉसे के तिफला क्षेत्र के एक प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक ने 10 साल के बच्चे के साथ मारपीट की थी।

निष्कर्ष यह है कि सोशल मीडिया पर जिस वीडियो को यूपी के स्कूल का बताया जा रहा है, वह वास्तव में भारत का नहीं है। वायरल वीडियो सॉसे का है और यह घटना 2021 में हुई थी।

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