मिर्जापुर अस्पताल: 500 किलोवॉट सोलर प्लांट से बिजली संकट खत्म
मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल में 500 किलोवाट का सोलर प्लांट लगने से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और बिजली संकट खत्म होगा। इस प्लांट से अस्पताल को आत्मनिर्भर ऊर्जा स्रोत मिलेगा, जिससे भविष्य में आपात स्थिति में भी सेवाएं बाधित नहीं होंगी। यह परियोजना जिले में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने में सहायक होगी।

मंडलीय अस्पताल में 500 किलोवॉट का सोलर प्लांट लगने से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बेहतर होगी। बिजली की किल्लत दूर होने के साथ ही अस्पताल को ऊर्जा का एक स्वतंत्र स्रोत मिलेगा, जिससे भविष्य में आपातकालीन स्थिति में भी सेवाएं बाधित नहीं होंगी। यह प्रोजेक्ट जिले में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
मिर्जापुर के उत्कर्ष कुमार सिंह के अनुसार, मंडलीय अस्पताल में बिजली की समस्या को खत्म करने के लिए सरकार की ओर से 500 किलोवॉट का सोलर प्लांट लगाने की योजना बनाई गई है। इस प्रोजेक्ट को स्थापित करने का काम शुरू हो गया है और आने वाले महीनों में यह पूरी तरह से चालू हो जाएगा। इस प्लांट के शुरू होने से अस्पताल में बिना रुकावट बिजली मिलेगी और बिजली कटौती की परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
मंडलीय अस्पताल के मेडिकल कॉलेज के अंडर में आने के बाद यहां हेल्थ सर्विस में लगातार सुधार हो रहा है। आधुनिक मशीनों और उपकरणों के इस्तेमाल से बिजली की खपत बढ़ गई है। इसे ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन ने 500 किलोवॉट सोलर प्लांट की जरूरत बताई थी। सरकार से परमिशन मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है।
अनुमान है कि मार्च के आखिरी हफ्ते तक यह प्लांट पूरी तरह से काम करने लगेगा। गर्मी और बारिश के मौसम में बिजली सप्लाई में रुकावट आना आम बात है, जिससे अस्पताल की सेवाओं पर असर पड़ता था। सोलर प्लांट के लगने से इस प्रॉब्लम का हमेशा के लिए सॉल्यूशन मिल जाएगा। अब अस्पताल बिजली कटौती होने पर भी जरूरी सर्विस आसानी से चला सकेगा।
अस्पताल में बिजली की डिमांड को देखते हुए सोलर प्लांट से कई जरूरी सेवाओं को बिजली दी जाएगी। इनमें दो ऑक्सीजन प्लांट, अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्स-रे, इमरजेंसी वार्ड, ट्रॉमा सेंटर, नवजात गहन चिकित्सा केंद्र (एनआरसी) और डॉक्टरों के रहने की बिल्डिंग शामिल हैं। इससे अस्पताल का बिजली का खर्चा तो कम होगा ही, साथ ही राजस्व पर पड़ने वाला बोझ भी कम होगा।
अभी तक अस्पताल में बिजली सप्लाई रुकने पर जनरेटर का यूज किया जाता था, जिससे डीजल का यूज और खर्चा बढ़ जाता था। सोलर प्लांट लगने के बाद जनरेटर पर डिपेंडेंसी काफी कम हो जाएगी। अस्पताल की छत पर सोलर रूफटॉप लगाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है।
मिर्जापुर की डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि मंडलीय अस्पताल में लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सोलर प्लांट के लगने से अस्पताल की बिजली सप्लाई परमानेंट और बिना रुकावट के होगी, जिससे बिजली की किल्लत खत्म हो जाएगी और खपत भी कंट्रोल में रहेगी। डीएम ने भरोसा दिलाया कि यह प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा, जिससे मरीजों और अस्पताल के मैनेजमेंट को काफी आराम मिलेगा।